کلام و فلسفه سال 1398-1397
اسفار جلد ششم/ اسفار جلد ششم
مرحوم استاد محمدحسین حشمت پور
| موضوع | متن درس(ویراستاری) | شنیدن صوت | دریافت صوت |
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| الفصل 3-بیان عینیه صفات تعالی مع الذات-ص 132-س2 | 98/02/11 |
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| الفصل 3-بیان عینیه صفات تعالی مع الذات-ص 131-س6 | 98/02/10 |
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| الفصل 3-بیان عینیه صفات تعالی مع الذات-ص 129-س17 | 98/02/09 |
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| الفصل 13-بیان عینیه صفات تعالی مع الذات-ص 129-س17 | 98/02/08 |
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| الفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 128-س10 | 98/02/07 |
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| لفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 127-س5 | 98/02/04 |
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| الفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 127-س1 | 98/02/03 |
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| الفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 125-س14 | 98/02/02 |
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| لفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 124-س4 | 98/01/31 |
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| الفصل 2-فی قسمه اخری رباعیه للصفات الثبوتیه حتی یعلم ان ایتها لائقه للذات الواجبیه-تنویر عرشی -ص 123-س11 | 98/01/28 |
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| السفر الثالث-الفن الاول-الموقف الثاني-الفصل الاول -ص 123-س1 | 98/01/27 |
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| السفر الثالث-الفن الاول-الموقف الثاني-الفصل الاول -ص 122-س4 | 98/01/26 |
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| السفر الثالث-الفن الاول-الموقف الثاني-الفصل الاول -ص 121-س12 | 98/01/25 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود تمام الاشيا -ص 121-س1 | 98/01/24 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود تمام الاشيا -ص 120-س5 | 98/01/21 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود تمام الاشيا -ص 118-س9 | 98/01/20 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود تمام الاشيا -ص 117-س9 | 98/01/19 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 116-س2 | 98/01/18 |
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| لفصل 11-فی ان واجب الوجود تمام الاشيا -ص 114-س6 | 97/12/26 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 114-س1 | 97/12/25 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 113-س5 | 97/12/22 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 110-س1 | 97/12/18 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 110-س1 | 97/12/15 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 109-س6 | 97/12/14 |
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| الفصل 11-فی ان واجب الوجود لا مشارک له فی ای مفهوم -ص 109-س6 | 97/12/13 |
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| الفصل 10-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 109-س5 | 97/12/12 |
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| الفصل 10-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 107-س15 | 97/12/11 |
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| الفصل 10-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 107-س4 | 97/12/08 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 106-س11 | 97/12/07 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 106-س9 | 97/12/06 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 106-س3 | 97/12/05 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 106-س3 | 97/12/01 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 105-س3 | 97/11/30 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 104-س6 | 97/11/29 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 103-س10 | 97/11/28 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 103-س4 | 97/11/27 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 102-س3 | 97/11/24 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 101-س7 | 97/11/23 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 100-س11 | 97/11/17 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 100-س7 | 97/11/16 |
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| الفصل 9-فی ان تعالی بسیط الحقیقه من کل جهه لیس موتلفه الذات -ص 100-س3 | 97/11/15 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 99-س8 | 97/11/14 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 99-س6 | 97/11/13 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 98-س6 | 97/11/10 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 97-س7 | 97/11/09 |
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97/11/08 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 97-س4 | 97/11/07 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 96-س12 | 97/11/06 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 96-س3 | 97/11/03 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 95-س3 | 97/10/29 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 94-س15 | 97/10/26 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 94-س6 | 97/10/25 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 94-س6 | 97/10/24 |
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| الفصل 8-فی ان واجب الوجود لاشریک له فی الالهیه و ان اله اعالم واحد -ص 94-س6 | 97/10/23 |
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| تذییل فی انه تعالی موجود بحث -ص 92-س18 | 97/10/22 |
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| تذییل فی انه تعالی موجود بحث -ص 91-س18 | 97/10/19 |
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97/10/18 |
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| المشهد الثاني في تحقيق الانقراض و النهاية و إثبات الغاية -ص97-س4 | 97/10/17 |
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| تذییل فی انه تعالی موجود بحث -ص 91-س6 | 97/10/16 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 90-س10 | 97/10/15 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 89-س20 | 97/10/12 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 89-س10 | 97/10/11 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 88-س10 | 97/10/10 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 87-س19 | 97/10/09 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 87-س5 | 97/10/08 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 86-س12 | 97/10/04 |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدوانی علی السید الصدر -ص 85-س6 | 97/10/03 |
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| جواب صدرالمتالهين از اشكال دوم و سوم دواني بر سيد صدر/ ص 84 س8 | 97/10/02 | ![]() |
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| دفع ما ا اورزده المحقق الدواني علي السيد الصدر ج6 /ص83 / س13 | 97/10/01 | ![]() |
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| الفصل الخامس-فصل فی تعریف اللفظ المفرد و المولف- ص 28-س 3 | 97/09/28 | ![]() |
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| ج6 اسفار ص 82 سطر 4 | 97/09/26 | ![]() |
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| تقریر السید الصدر لمسئله التوحید بوجه اخر -ص 81-س3 | 97/09/25 |
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| تعقيب آخر -ص 80-س15 | 97/09/24 |
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| تعقيب آخر -ص 80-س5 | 97/09/21 |
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| تعقيب آخر -ص 79-س14 | 97/09/20 |
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| تعقيب آخر فيه تثريب-ص 78-س14 | 97/09/19 |
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| الفصل الخامس-فصل فی تعریف اللفظ المفرد و المولف- ص 26-س 7 | 97/09/18 |
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| بیان آخر للمحق الدوانی و الاشکال عیه-ص 78-س5 | 97/09/17 |
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| ردع و تقریع - ص186-س5 | 97/09/14 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 76-س8 | 97/09/13 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 75-س13 | 97/09/12 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 75-س5 | 97/09/11 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 74-س16 | 97/09/10 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 74-س9 | 97/09/07 |
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| وجوه اشکال المصنف علی کلام المحق الدوانی-ص 72-س9 | 97/09/06 |
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| الثالث أن المشتق كما أنه مفهوم كلي-ص 71-س8 | 97/09/05 |
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| الثالث أن المشتق كما أنه مفهوم كلي-ص 70-س8 | 97/09/03 |
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| الثالث أن المشتق كما أنه مفهوم كلي-ص 70-س 1 | 97/08/30 |
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| لأول أنا لا نسلم أن مأخذ الاشتقاق في الحداد هو الحديد -ص 68-س 17 | 97/08/29 |
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| فإذا تمهد هذا ظهر أنه لا يجوز أن يكون هويتان -ص 67-س 15 | 97/08/28 |
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| فإذا تمهد هذا ظهر أنه لا يجوز أن يكون هويتان-ص67-س4 | 97/08/27 |
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| فإذا تمهد هذا ظهر أنه لا يجوز أن يكون هويتان -ص 66-س 5 | 97/08/26 |
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| اسفار ج 6 و ثانيتهما أن صدق المشتق على شيء -ص 66-س 5 | 97/08/23 |
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| اسفار ج 6 و ثانيتهما أن صدق المشتق على شيء -ص 65-س 15 | 97/08/22 |
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| و ثانيتهما أن صدق المشتق على شيء -ص 65-س 3 | 97/08/21 |
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| فصل هفتم -فی تعقیب هذا الکلام -ص 63-س 13 | 97/08/20 |
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| و منها قول الفارابي في الفصوص وجوب الوجود لا ينقسم بالحمل-ص63س3 | 97/07/30 |
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| و ذلك لما علمت أن الاشتراك المعنوي لمفهوم الوجود-ص62 س15 | 97/07/29 |
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| لكن يمكن أن يقال إذا ثبت كون الوجود بالمعنى الانتزاعي-ص61 س10 | 97/07/28 |
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| فالخط الأطول من خط آخر صح أن يقال كماله بنفس طبيعة الخطية -ص61 س2 | 97/07/24 |
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| لكن هذا مدفوع بما أشرنا إليه سابقا من أن القصور يستلزم المعلولية-ص60 س23 | 97/07/23 |
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| بقي في المقام شيء آخرو هو أن ما به الامتياز قد يكون بنفس ما به الاتفاق-ص60 س 18 | 97/07/22 |
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| و أما على ما حققناه من أن هذا المفهوم الانتزاعي له أفراد حقيقية-ص60 س3 | 97/07/21 |
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| فإن قيل قد ثبت أن الذي يكون بذاته مبدأ انتزاع الوجود المشترك.-ص58 س 3 | 97/07/18 |
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| و إما أن يكون الامتياز بالأمر الزائد على ذاتيهما فذلك الزائد-ص57 سطر 13 | 97/07/17 |
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| الفصل (6) في توحيده أي أنه لا شريك له في وجوب الوجود.-ص57 س 5 | 97/07/16 |
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| و هاهنا مسلك آخر في نفي الماهية عن الواجب و هو قريب المأخذ مما ذكرها صاحب المطارحات-ص56 س9 | 97/07/15 |
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| و هاهنا مسلك آخر في نفي الماهية عن الواجب و هو قريب المأخذ مما ذكرها صاحب المطارحات-ص56 س9 | 97/07/14 |
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| و يمكن أن يقال في معنى كلامهم إن الممكن ذو ماهية-ص55 س 8 | 97/07/11 |
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| و يمكن أن يقال في معنى كلامهم إن الممكن ذو ماهية-ص55 س 8 | 97/07/10 |
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| و أما على ما ذهبنا إليه حسب ما أقيم عليه البرهان من كون الوجود لكل شيء هو الموجود-ص54 س10 | 97/07/09 |
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| هذا المعنى العام المشترك فيه من المعقولات الثانية و هو ليس عينا-ص53 س 19 | 97/07/08 |
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| و كون الإنسان مقتضيا للحيوان لا معنى له إلا كونه في ذاته-ص 53 س 4 | 97/07/07 |
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| أقول لأحد أن يقول لعل عدم الإمكان بالنظر إلى وجوده بأن وجوده يقتضي-ص52 س 18 | 97/07/04 |
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| و منشأ هذه الضرورة هو الوجود دون الماهية-ص52 س6 | 97/07/03 |
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| أقول و لأحد أن يختار شقا آخرغير الشقين المذكورين بحسب الاحتمال-ص51 س7 | 97/07/02 |
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| و ربما تقرر الحجة على بطلان كون الواجب ذا ماهية هكذا-ص51،س1 | 97/07/01 |
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